यूपी की रामपुर विधानसभा सीट जीतने वाले पहले हिंदू उम्मीदवार कौन हैं?
"आज़म ख़ान ने यहां के मुसलमानों को अपना गुलाम समझा, उनके प्यार की कद्र नहीं की, लेकिन आज पचास साल पुरानी अंधेरी रात को यहां के मुसलमानों ने खत्म कर दिया है. उन्होंने खुद को योगी आदित्यनाथ की सरकार में सुरक्षित समझा है."
ये शब्द बीबीसी हिंदी से बात करते हुए उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा उपचुनाव में चुने गए आकाश सक्सेना ने कहे हैं.
आकाश सक्सेना ने उत्तर प्रदेश में मुस्लिम राजनीति के सबसे बड़े चेहरे आजम ख़ान के गढ़ रामपुर में न सिर्फ सेंधमारी की है बल्कि उसे ढहा दिया है.
आजाद भारत के इतिहास में पहली बार इस सीट पर कोई गैर-मुस्लिम और गैर-पठान उम्मीदवार चुना गया है.
10 बार रामपुर के विधायक, एक बार के सांसद, उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के साथ कई भारी भरकम विभागों को एक समय संभालने वाले आजम ख़ान की मार्मिक अपीलों को जनता ने इस बार खारिज कर दिया.