मगरवारा के व्यापारियों एवं आम जन मानस का कहना है कि चौकी प्रभारी के नाम से हमसे पैसे ठग लिए जाते है। और कहा जाता है कि चौकी प्रभारी ने लेने के लिए बोला है।
टुडे इंडिया ग्रुप डेस्क।
उन्नाव। सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मगरवारा चौकी एक बार फिर सुर्खियां बटोर रही है जहाँ पर जनपदीय प्रशासन बदलाव लाकर क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने में जुटी है वहीँ दूसरी ओर मगरवारा पुलिस चौकी प्रभारी को पता ही नहीं चल पा रहा है कि उनकी सेना में भर्ती सिपाही " चौकी इंचार्ज की नाक के नीचे से काली कमाई का जुगाड़ करने में लगे है। "
मगरवारा क्षेत्र वासियों का कहना है कि बात अगर छोटे मोटे विवादों की हो तो पहले के इंचार्ज हिदायत देकर मामले में शांति व्यवस्था कायम करते थे लेकिन जब से नए चौकी इंचार्ज यहाँ आये है तब से जनता का केवल भक्षण ही होता दिख रहा है। यदि किसी से छोटी गलती हो जाये तो सीधा 5000 हजार रुपये सिपाहियों के माध्यम से ले लिया जाता है।
चौकी प्रभारी पर व्यापारियों का फूटा - गुस्सा।
मगरवारा क्षेत्र के रोज मर्रा के रेडी वाले व रोड पर दुकान लगाने वालो से चौकी इंचार्ज की सेना से दो सिपाही हर दो सप्ताह बाद वसूली पर निकलते है और वसूली न देने पर शांति व्यवस्था भंग करने का आरोप लगाकर डराते धमकाते है, इससे दुखी होकर व्यापारी अपनी बात आखिर पुलिस प्रशासन से नहीं तो किस्से कहेंगे ?
जब पुलिस द्वारा ही ऐसे कुकृत्य किये जा रहे है तो व्यापारी अपनी बात किस्से कहेगी ?
मगरवारा के ग्राम वासी भी पुलिस वालों की ऐसी हरकतों से परेशान है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मगरवारा पुलिस चौकी में एक समय ऐसे भी (अखिलेश कुमार यादव) प्रभारी हुआ करते थे जो कि चौकी से ज्यादा ग्राम समाज में अपना समय व्यतीत करते थे जो भी समस्याएं होती थी उन्हें ग्राम समाज के ग्राम प्रधान के समक्ष समस्या को प्रस्तुत करके उनका निराकरण किया जाता था जो कि अब डगमगाता दिख रहा है। ऐसी कानून व्यवस्था के कारण ही मगरवारा चौकी पर अब सवाल उठाये जा रहे है।
मगरवारा चौकी से कुछ अज्ञात सिपाही ?
मगरवारा क्षेत्र के व्यापारियों का कहना है कि कुछ सिपाही है जिसने सबसे ज्यादा उत्पात मचा कर रखा है, सूत्रों के मुताबिक अन्य अज्ञात सिपाहियों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पायी है।