क्या आप सुबह के नाश्ते में चाय के साथ जहर बीमारी पाल रहे है।
क्या आपको पता है लगभग कुछ खाद्य पदार्थो में सड़ने - गलने से बचने के लिए फोर्मालिन जैसे केमिकल का प्रयोग करते है जो कि लाश को सड़ने से बचाने के लिए पोस्टमार्टम हाउस में इस्तेमाल किया जाता है।
खाद्य विभाग की लापरवाही का नतीजा आखिर आप क्यों बने।
उन्नाव शहर में लगभग सभी जगह बेकरी प्लांट के नाम पर केवल बीमारी परोसी जा रही है इसी क्रम में आपको बताते चले कि शहर में खाद्य विभाग की लापरवाही सामने देखने को मिल रही है जहाँ पर शहर में बेकरी प्लांटों के चलते जनता जनार्दन को बीमारी परोसी जा रही है,
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लापरवाही
की हद तो तब हो गयी जब हमारी एक टुकड़ी प्लांट में जाकर चेक करने पहुंचे कि आखिर
कैसे ब्रेड, बंद व क्रीम बंद बनाया जाता है, इसी क्रम हमें मालूम
चला की कितनी शुद्धतः खाद्य पदार्थो में दी गयी है,
और
वहां पर कार्य कर रहे मैनेजर ने इस बारे में विस्तृत जानकारी हमसे साझा की .
आपको बताते चले
कि इस प्लांट के अंतर्गत मालूम चलता है कि यह प्लांट शहर के कोने कोने में विख्यात
है जिसमे जांच के नाम पर अधिकारी मैडम (सूत्रों की माने) आती है और उनके प्लांट
मालिक से मिलने के बाद मिठाई लेकर चली जाती है ऐसा तकरीबन महीने व त्यौहारों के
वक्त ज्यादा आना जाना लगा रहता है .
जब
इन प्लांट के मालिकों से पूछा जाता है प्रमाण पत्र व पंजीकरण के विषय में तब न ही
पंजीकरण पाया जाता है और न कोई विस्तृत प्रमाण पत्र।
पूर्णतयः अगर
देखा जाये तो यह सभी अवैध रूप से संचालित हो रहे है जिसमे उन्नाव प्रशासन पूर्ण
रूप से लापरवाही करता नजर आ रहा है जिसकी सूचना पूर्व में जिले में स्थानांतरित
जिलाधिकारी को भी समाचार
संकलन के माध्यम से अवगत तक कराया गया था परन्तु कार्यवाही के नाम हिला - हाली ही दिखाई दी है जिससे यह साफ साबित हो जाता है कि विभागों की लापरवाही का नतीजा आम जनमानस को झेलना पड रहा है .